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केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने हाल ही में एक बयान दिया है कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग को पूरा करने के लिए उनकी बैटरियों के घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने हेतु एक और PLI Scheme (Production-Linked Incentive) योजना लाने की घोषणा की है। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में और भारत के ईवी मिशन में इसके महत्व के बारे में।
Table of Contents
पीएलआई योजना क्या है? What is PLI scheme?
पीएलआई (Production-Linked Incentive) योजना भारत सरकार द्वारा घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई एक योजना है।
इसके तहत चुनिंदा सेक्टर्स में स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए 5-6 वर्षों तक इनपुट टैक्स छूट जैसे इन्सेंटिव दिए जाते हैं। इसके तहत कंपनियों को अतिरिक्त प्रोत्साहन प्रदान किए जाते हैं जिससे वे भारत में निवेश करें और Make in India को बढ़ावा मिले।
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ईवी बैटरियों के लिए पीएलआई योजना PLI Scheme for EV Batteries
केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने हाल ही में घोषणा की है कि सरकार देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उनकी बैटरियों के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु एक नई पीएलआई योजना ला रही है।
इस योजना के तहत बैटरी निर्माताओं और ईवी वाहन निर्माताओं को लाभ मिलेगा। इससे Make in India को मजबूती मिलेगी और रोजगार भी बढ़ेंगे।
अनुमान है कि इस योजना में सरकार 18,100 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है।
पीएलआई योजना से ईवी उद्योग को कैसे फायदा होगा? How will the EV industry benefit from PLI scheme?
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पीएलआई योजना से भारतीय ईवी उद्योग को बहुत फायदा होगा। घरेलू रूप से निर्मित सस्ती बैटरियों की उपलब्धता से भारतीय वाहन निर्माता अपनी ईवी मॉडल को सस्ते में बेच पाएंगे।
- सस्ती घरेलू बैटरियों की उपलब्धता से ईवी कंपनियों को फायदा होगा।
- ईवी की कीमत कम होगी।
- ईवी की मांग और बिक्री बढ़ेगी।
- चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित होगा।
- पूरा ईवी इकोसिस्टम मजबूत होगा।
- 2030 तक 30% ईवी लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
- भारत को ग्लोबल ईवी हब बनाने में योगदान।
इससे इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें कम होंगी और उनका आम लोगों के बीच प्रयोग तेज़ी से बढ़ेगा। यह पूरे इलेक्ट्रिक वाहन इकोसिस्टम को मज़बूत करेगा।
नई पीएलआई योजना की उम्मीद Expectation of new PLI scheme
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केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने हाल ही में संकेत दिया है कि सरकार एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल बैटरियों के लिए एक और पीएलआई योजना लागू कर सकती है।
इससे देश में लिथियम-आयन, सॉलिड स्टेट और नैनो टेक्नोलॉजी आधारित एडवांस्ड बैटरियों का निर्माण बढ़ेगा।
यह भारत को बैटरी मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में मदद करेगा।
भारत के ईवी मिशन में पीएलआई का महत्व Importance of PLI in India’s EV mission
पीएलआई योजना भारत के ईवी मिशन को कई तरीकों से बढ़ावा देगी:
- घरेलू ईवी डिमांड को पूरा करने के लिए बैटरी निर्माण बढ़ाना।
- भारत को ग्लोबल ईवी बैटरी हब बनाना।
- ईवी कॉस्ट को कम करने में मदद करके उनका आम लोगों के बीच प्रयोग बढ़ाना।
- रोजगार सृजन और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना।
- कच्चे माल की लोकल सप्लाई चैन बनाना।
यह योजना भारत को ईवी पावरहाउस बनाने की दिशा में एक कदम है।